अक्सर आपने सुना होगा, कि कामयाब इंसान अपने फैसले से दुनिया बदल देते हैं। और नाकामयाब इंसान अपने फैसले को ही बदल देते हैं। हर कोई व्यक्ति आगे बढ़ना चाहता है। कामयाब होना चाहता है। पर कोई यह नहीं सोचता कि यह कैसे हो सकता है।
कामयाब होने के लिए उस इंसान को कुछ ऐसा करना होता है। कुछ ऐसा करके दिखाना होता है। जिससे लोग उसे दूसरों से अलग माने।
यदि आप महसूस करें तो हर किसी इंसान के अंदर कुछ छुपी हुई ऐसी पावर होती है। जिसका उसे खुद भी एहसास नहीं होता, कि वह कितना पावरफुल है। यहां हम आपके शक्ति और बल की बात नहीं कर रहे है। हम आपके उस छुपी हुई शख्सियत की बात कर रहे हैं। जिससे आप यह समझ पाएंगे कि, आपके अंदर ऐसा कौन सा गुण है जो आपकी कामयाबी की वजह बन सकता है।
इंसान अपनी पर्सनालिटी खुद बनाता है। किसी इंसान की पर्सनालिटी किसी के ऊपर निर्भर नहीं होती। यह आपके आत्मविश्वास का ही परिणाम होता है।
इंसान का व्यक्तित्व
आप गौर कीजिएगा जब भी कोई इंसान किसी परिस्थिति में पड़ता है। तो वह किस तरह से उस परिस्थिति का सामना करता है। कैसे इंसान उस परिस्थिति मैं अपने व्यक्तित्व को उभरता है। और उससे उभरकर निकलता है।
उदाहरण के रूप में एक समय की बात है। एक रवि नाम का व्यक्ति था, जोकि गुब्बारे बेचा करता था। उसके बाद हर रंग के गुब्बारे हुआ करते थे। लाल रंग नीले पीले जो बच्चों को बहुत लुभाते थे। वैसे तो उसकी आमदनी अच्छी खासी हो जाती थी। परंतु जब भी उसकी बिक्री कम होती थी। तो वह एक गुब्बारे में गैस भरता और उसे हवा में उड़ा देता था। अब आप सोच रहे होंगे कि मैं ऐसा क्यों करता था। रवि यह इसलिए करता था। कि बच्चे उड़ते हुए गुब्बारे को देखें। उसकी तरफ आकर्षित होकर गुब्बारे लेने उसके पास आए। उसकी आमदनी रोज की तरह हो जाती थी। जब भी उसके बिगड़े काम होती थी। वह हर बार की तरह एक हीलियम गैस से भरा गुब्बारा उड़ाता। और उसकी बिक्री दोबारा अच्छी हो जाती।
1 दिन रवि को को महसूस हुआ कि पीछे से उसकी जैकेट कोई खींच रहा है। उसने पीछे मुड़कर देखा। एक छोटा सा बच्चा उसकी जैकेट पकड़कर खींच रहा था। पूछने पर उस बच्चे ने रवि से कहा कि क्या अगर हम काले गुब्बारे को उड़ाएंगे। तो क्या वह भी इसी प्रकार उड़ेगा? रवी इस बात को सुनकर हल्का सा मुस्कुराया। और उस बच्चे को बोला कि बेटा यह गुबारा अपने रंग की वजह से नहीं उड़ता। बल्कि उसमें भरी गैस की वजह से उड़ता है। अब चाहे वह किसी भी रंग का हो वह जरूर उड़ेगा।
बिल्कुल इसी प्रकार हमारे अंदरूनी शक्ति होती है। जो कि हमें प्रोत्साहित करती है। और हमारी अंदरूनी शख्सियत से जो हमारा नजरिया बनता है वही हमें ऊपर उठाता है।
मुख्य विचार
हावर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार यह बात सच है। कि इंसान यदि अपना नजरिया बदल ले तो वह अपनी पूरी जिंदगी बदल सकता है।
क्या यह संभव नहीं है, कि हम अपनी सोच को नेगेटिव से पॉजिटिव बनाएं! हम हर चीज में नेगेटिविटी ना लाकर पॉजिटिविटी लाएं। दोस्तों जब भी आप किसी मुसीबत में होते हैं। तब कोई भी आप ना आपका अपना साथ नहीं देता। यहां तक कि चाहे आपका दोस्त हो चाहे रिश्तेदार! सिर्फ आपका एक अपना व्यक्तित्व होता है। जो आपके साथ होता है।
हर किसी के जीवन में कोई ना कोई समय ऐसा आता है। जब उसे डर का सामना करना पड़ता है। और डर तब तक ही आप पर हावी होता है जब तक आप उसे अपने पर हावी होने देते हैं।