नई दिल्ली, 10 फरवरी 2020: कोरोनावायरस के कहर से तकरीबन 1.1 करोड़ लोगों की आबादी वाले वूहान में जिंदगी ठप हो गई है। लोगों में दहशत है। अस्पतालों में बेड की कमी से मरीज परेशान हैं। वायरस के संक्रमण से 811 लोगों की मौत हो चुकी है। इसपर स्थिति को संभालने के बजाय चीन जो कर रहा है वह वाकई शर्मनाक है। वायरस के संक्रमण के शक में स्वास्थ्य कार्यक्रर्ता लोगों को घसीटकर घरों से निकाल रहे हैं । उन्हें ज़बरदस्ती क्वारंटीन कम्पों में कैद किया जा रहा है।
हाल ही में इस ज्यादती का एक वीडियो वायरल हुआ हैं। यह चीनी लोगों पर हो रहे जुल्म की दासतां बयां कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो को देखने के बाद दुनियाभर में चीन की निंदा हो रही है।
http://www.youtube.com/watch?v=bvN10Hjq7uw&feature=youtu.be
विडियो में स्पष्ट नज़र आ रहा है कि किस तरह हैज़मैट सूट से लैस गुंडेनुमा लोग एक व्यक्ति को उसके घर से घसीटकर बहार निकाल रहे हैं। यह व्यक्ति दीवार के सहारे खुद को रोकने की कोशिश कर रहा है ।
एक दिन में इतनी मौतें
शनिवार को एक ही दिन में चीन में कोरोनावायरस से 89 मौतें हो गईं। इसके साथ ही वहां कुल मौतों का आंकड़ा 800 से ज्यादा हो चुका है। साथ ही वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 37,198 तक पहुंच गयी है।
एसएआरएस से अधिक मौतें
2002-2003 के दौरान चीन सीवियर एक्यूट रिस्परेटरी सिंड्रोम यानि एसएआरएसकी चपेट में आया था। इस बीमारी के चलते 774 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं 8000 लोगों को वायरस ने संक्रमित किया। इसके बावजूद कोरोनावायरस की मृत्युदर एसएआरएस की तुलना में काफी कम है। जहां एसएआरएस की मुत्युदर 9.6 फीसद है, वहीं कोरोनावायरस इस मामले में 2.2 फीसद पर है।
इन देशों में नए मामले
सप्ताहांत में कई देशों ने कोरोनावायरस संक्रमण के नए मामलों का खुलासा किया। इस क्रम में थाईलैंड, फ्रांस और सिंगापुर में 40 नए संक्रमणों का पता चला है । हालांकि अब तक चीन के बाहर इस वायरस ने केवल दो जानें ली हैं। इनमें से एक मौत फिलीपींस और दूसरी मौंत हांगकांग में हुई है।