नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ रहा हैं, इस वजह से Lock down की वजह से नवरात्रि के दिनो में भी देशभर के देवी मंदिरों के कपाट भी बंद हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही नव वर्ष की शुरुआत होती है। इस बार चैत्र नवरात्रि 25 मार्च 2020 से शुरू हो चुका हैं और 2 अप्रैल 2020 को समाप्त होंगे। इस बार नवरात्रि का बेहद खास संयोग बन रहे हैं। इस बार मां इस बार नौका पर विराजमान होकर आई हैं और हाथी पर सवार होकर जाएंगी।
नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा के अलग अलग रूपों जैसे शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, मां चन्द्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, माता कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री मां की पूजा अर्चना और आरती की जाती है। मगर ये बहुत कम लोग जानते हैं कि मां के हर स्वरूप की अलग आरती होती हैं। इसलिए अक्सर हम सही अपने – अपने घरों में हर रोज ‘जय अंबे गौरी’ और अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वालीआरती गाकर उनकी पूजा करते हैं।
मगर आज हम आपको इस नवरात्रि पर माता के कुछ अलग- अलग तरीके की आरती के बारे में बताने जा रहे हैं, माता के हर रूप की आरती हम नीचे दिखा रहे हैं। इससे आपको पूजा और आरती करने में मदद मिलेगी।
https://youtu.be/aHNtc8p5bYE
https://youtu.be/sZlhsy5yWAA
https://youtu.be/AdJm6YekXBw
https://youtu.be/dBWtZQM2_yk
बता दें कि चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन माता कूष्मांडा का होता है। इस दिन माता का विशेष पूजन किया जाता है। इस दिन भक्त माता की व्रत कथा का पाठ करने के पश्चात मां कूष्मांडा की आरती जरूर करते हैं।
देशभर में लॉक डाउन की वजह से सभी मंदिर को बंद कर दिया गया, लेकिन लोग अपने घरों में कलश स्थापित कर चैत्र नवरात्री की उपासना कर रहे हैं। कोरोना में भी लोग माता रानी की उपासना में जुटा हुआ है।