भारत के इतिहास में सबसे लंबी कानूनी लड़ाई जीतकर, आखिरकार राम जन्म भूमि आयोध्या में बीते बुधवार राम मंदिर की आधारशिला रख दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में 29 साल से चल रहे राम मंदिर विवाद को एक नई दिशा दी। और पूरा देश उस पल का साक्षी बन गया जिसका सभी सदियों से इंतज़ार कर रहे थे। भूमि पूजन (Ram mandir bhumi pujan)में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) भी शामिल हुए। भूमि पूजन के बाद पीएम ने देश को संबोधित किया और एक ऐसा संदेश दे गए जिससे हर कोई उन पर गर्व करेगा। तो चलिए जानते हैं कि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कौन सी खास बातें कहीं-
(Ram Mandir Bhumi Pujan) सत्य-अहिंसा और आस्था का दिन
पीएम मोदी (PM Modi in Ram Mandir Bhumi Pujan) ने कहा कि ”आज का दिन करोड़ों रामभक्तों की आस्था की सच्चाई का प्रमाण है। आज का दिन आस्था, अंहिसा और बलिदान को न्यायप्रिय भारत की एक अनुपम भेंट है।” मोदी ने आगे कहा कि ”इस बात का अनुभव तब किया जा सकता है जब सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था। उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने शांति बनाए रखी और सभी की भावनाओं का ख्याल रखा।
राममंदिर हमारी संस्कृति का प्रतीक बनेगा
मोदी ने कहा राम लला का ये मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। यह हमारी आस्था और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक होगा। राममंदिर के निर्माण की ये प्रक्रिया, राष्ट्र को जोडऩे का काम करेगी।
भूमिपूजन से दिया ये संदेश
पीएम मोदी ने भाईचारे और आपसी प्रेम का संदेश देते हुए कहा कि ”हमें सभी की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए। भगवान राम ने हमें कर्तव्य का पालन करना सिखाया है। प्रभु राम ने हमें विरोध से निकलकर, बोध और शोध का रास्ता दिखाया है। हमें आपसी प्रेम और भाईचारे के जोड़ से राम मंदिर की इन शिलाओं को जोड़ना है।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ”जब-जब मानवता ने राम को माना है, तब-तब विकास हुआ है।”
‘सबके हैं राम, सबमें हैं राम’ (Ram mandir bhumi pujan)
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ”सबके हैं राम, सबमें हैं राम’। भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए कि इमारतें नष्ट कर दी गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन ‘राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, और वे हमारी संस्कृति का आधार हैं।”
आज रामजन्मभूमि मुक्त हुई है
पीएम ने कहा कि सदियों से टाट और टेंट के नीचे रहे श्रीराम के लिए अब भव्य मंदिर बनेगा। टूट जाना और फिर उठ खड़े होना, बरसों से चल रहे इस व्यतिक्रम से रामजन्मभूमि आज मुक्त हो गई है।”
‘मंदिर के निर्माण से मन काफी प्रसन्न है’
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा। मुझे विश्वास है कि यहां निर्मित होने वाला राममंदिर अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा।”
डाक टिकट भी किया गया जारी
देश को संबोधित करने से पूर्व, पीएम ने ‘रामजन्मभूमि मंदिर’ से संबंधित एक स्पेशल डाक टिकट भी जारी किया।
कौन-कौन हुआ शामिल
राम मंदिर भूमि पूजन में कुल 175 लोगों को निमंत्रण भेजा गया। इसमें 36 आध्यात्मिक परंपराओं से संबंध रखने वाले 135 पूज्य संत कार्यक्रम में मौजूद रहे। मुख्य अतिथियों में गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व बीजेपी प्रेसिडेंट लाल कृष्ण आडवाणी, बीजेपी नेता उमा भारती और मुरली मनोहर जोशी के नाम शामिल थे। हालांकि इनमें से आडवाणी के संग कई अन्य नेता इस पूजन में शामिल नहीं हो सके।
देशभर में जलाए गए दीप
बुधवार का दिन भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण दिन रहा। जिस प्रकार रावण का वध करके श्री राम आयोध्या लौटे थे और सभी ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। ठीक इसी प्रकार कल पूरे देश में लोगों ने दीवाली की तरह दीप जलाकर प्रभु श्री राम का उनके मंदिर की आधारशिला के रूप में स्वागत किया। आयोध्या नगरी की हर गली और दीवार पर प्रभु राम की तस्वीरें बनाई गईं। पूरा देश भक्ति की लहर में झूम उठा।